वानी

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सपनों की दुनिया प्रतियोगिता हेतु

सपनों की दुनिया


मौत सिरहाने बैठी थी, हम ख्वाब देख रहे थे कल के
वो ज़िंदगी जो जीनी थी , काट रहे थे सो के

मैं रात भर जगती रही, सपनों की दुनिया में
नींद खुली तो जिम्मेदारी थी मेरे आंगन में

कुछ पल के ख्वाब जो थे मेरी आंखो में
उनको तकिए पर छोड़ दिया , सपनों की दुनिया में

हकीकत की कहानी सपनों से अलग भावना में
मैं जी रही थी ज़िंदगी बस सपनो की दुनिया में

वो दुनिया जो बहुत खूबसूरत है मेरी आंखों में
उन्हे मैं छोड़ आई हूं तकिए पर सपनों की दुनिया में

वानी
#pr



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5 Comments

Gunjan Kamal

24-Jun-2023 11:40 PM

👏👌

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बेहतरीन

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Varsha_Upadhyay

17-Jun-2023 08:57 PM

बहुत खूब

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